राधिका जब इक्कीस बर्ष की होगयी तब से उसके मम्मी और पापा को उसकी शादी की चिन्ता हो रही थी। उसके पापा दीन दयाल ने बहुत से लड़के देखे थे परन्तु कहीं न कहीं पर आकर बात रुक जाती थी।
जितने लड़के देखे थे उनमें से ज्यादातर की नीयत ठीक नही थी। वह सभी अपने बेटौ का मोल भाव तय कर रहे थे। सबसे पहले वह पूछते थे कि आप कैसी शादी पसन्द करते हो। उनका इशारा दहेज की तरफ होता था।
अधिकतर सबसे पहले गाडी़ की मांग करते थे भले ही उनके घर में आजतक किसनी गाडी़ चलाकर नही देखी परन्तु उनको गाडी़ अवश्य चाहिए।
दीन दयाल जी ने जैसे तैसे करके एक जगह बात पक्की करली। उनको लड़की भी पसन्द आगयी और बात तय होगयी। शादी की तारीख भी तय हो चुकी थी उसी के हिसाब से दीन दयाल ने शादी की तैयारी के लिए सबसे पहले बैंकट हाल भी बुक करवा दिया।
परन्तु उसी समय लड़के के पिता की नयीं मांग आगयी।जिसे सुनकर दीन दयाल जी परेशान हो गये। परन्तु वह किसी तरह हल होगयी।
शादी का दिन नजदीक आगया घर में सामान की खरीद हो रही थी । राधिका का छोटा भाई अपने घर में नया सामान आने से बहुत खुश होरहा था। नया सोफा नया टी बी नया फ्रिज औरभी बहुतसा नया सामान आता हुआ देखकर नवीन बहुत खुश हो रहा था।
अब राधिका की शादी भी होगयी और उसके पापा के द्वारा खरीदा गया नया सामान राधिका की ससुराल भेजने के लि ट्रक मगांया गया और जब उसमें सामान लोड होना शुरू हुआ तब नवीन बुरी तरह रोने लगा। परन्तु सामान भेज दिया गया।
अचानक कुछ दिनौ बाद राधिका का उसकी ससुराल से फौन आया कि यह लोग कुछ और सामान की मांग कर रहे हैं। वह लोग उसे परेशान कर रहे है।
दीन दयाल ने किसी तरह बेटी राधिका को समझाकर चुप रहने को कहा। परन्तु एक दिन राधिका अपने पति के साथ अपने मायके वापिस आगयी और बुरी तरह रोने लगी । उसका पति उसे छोड़कर अपने घर वापिस चला गया।
दीन दयाल ने राधिका को जब वहाँ के हालचाल के बिषय में पूछा तब वह बुरीतरह रोने लगी और बोली," नहीं पापा मैं अब वहाँ नहीं जाऊँगी। मै यही रहकर कोई नौकरी करलूँगी परन्तु ससुराल नहीं जाऊँगी। उनकी नीयत बहुत खराब है। उनकी मांग कभी पूरी नहीं हो सकती है। "
दीन दयाल ने बेटी को समझाकर एक बार पुनः ससुराल भिजवा दिया। कुछ दिन तक सब सामान्य रहा परन्तु फिर वही दुहराया जाने लगा।
इस बार राधिका परेशान होकर स्वयं पुलिसस्टेशन चली गयी और वहाँ अपने ससूराल वालौ के खिलाफ रिपोर्ट लिखवादी और पुलिस ने उनको जाकर पूछताछ की और उनको पकड़कर थाने लेआई।
राधिका ने उनके ऊपर दहेज मांगकर परेशान करने का केस डाल दिया। अन्ततोगत्वा राधिका को तलाक मिलगया और दहेज में दिया गया सब पैसा व सामान भी उनको देना पडा़। उसकी ससुराल वालौ को उनकी नीयत का फल मिल गया।
नान स्टाप राइटिंग चेलैन्ज के लिए रचना भाग १९
नरेश शर्मा " पचौरी "
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Kusam Sharma
25-Aug-2022 02:37 PM
Nice
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Punam verma
23-Aug-2022 09:21 AM
Very nice
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Chetna swrnkar
17-Aug-2022 08:04 PM
Nice
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